ये एक डीएमडी प्रमुख Vijayakanth थे इनकी मृत्यु कोरोना संक्रमण का इलाज चलते वक्त ही दम तोड़ दिए बताया जा रहा है की अस्पताल में इनको निमोनिया की शिकायत के चलते भर्ती कराया गया था बहुत प्रयासों के बावजूद इनको डाक्टरों द्वारा बचाया न जा सका और इनकी मृत्यु हो गई ।
इसके पहले बताया जा रहा है की इनको पहले सांस लेने में परेशानी आ रही है जब जांच की गई तो कोरोना से संक्रमित मिले तब जाकर इनको भर्ती कराया गया अंततः इनको बचाया नहीं जा सका ।
इनकी मृत्यु के बाद इनके आवास पर काफी लोग जूट रहे हैं और हफरा-तफरी मची हुई है वैसे इनका स्वास्थ लंबे समय से खराब चल रहा था इसके पहले उन्होंने कई पार्टी में भाग भी लिया था इसमें भी इनका जांच चल रहा था अभी इनको डीएमके कार्यालय में रखा गया है ।
Vijayakanth की मृत्यु पर लोगों द्वारा बयान
इनकी मृत्यु की खबर सुनकर काफी लोग ने शोक जताया है हमारे देश के प्रधानमंत्री ने शोक जताते हुए कहा है की हमें बहुत दुख हुआ ये एक अच्छे कलाकार थे इनके बिना सिनेमा जगत में काफी कमी नजर आएगी । लोगों द्वारा बताया जा रहा है की ये एक अच्छे राजनीतिज्ञ भी थे और काफी ईमानदार भी इनके हाव भाव इतने साधारण थे की लगता नहीं था की ये कोई बड़े आदमी हैं , ये सबसे अच्छे से पेश आते थे ।
अगर इनकी राजनीति की बात करे तो ये तमिलनाडु के राजनीति पर इनका बहुत बाद योगदान रहा है अब सब कुछ सुना हो जाएगा जितना इन्होंने किया वो और कोई इसकी भरपाई नहीं कर सकता न कर पाएगा ।
कुछ राज्य के राज्यपाल द्वारा बयान आया है जैसे की तेलंगाना के राज्यपाल तमिलिसाई सुंदरराजन ने ट्वीट किया की मुझे Vijayakanth की मृत्यु की खबर सुनकर मुझे गहरा दुख हुआ है और इनको पहले से ही स्वास्थ की दिक्कत थी और ये एक अच्छे कलाकार थे ,एक अच्छा राजनीतिक नेता एंव एक अच्छा इंसान कुल मिलाकर हमनें एक अच्छा इंसान को खो दिया है ।
प्रमादाऊ ने कहा है की जब इनको पहली बार देखा तो कई दिन तक हम इनको सर कहकर बुलाया फिर कुछ दिनों बाद मैने भाई कहकर इनको बुलाया लोग इनसे बहुत ही प्यार करते थे ये कभी भी किसी से गुस्से से बात नहीं करते थे सबसे प्यार से पेश आते थे लोग इन्ही आदतों की वजह से इनको काफी पसंद करते थे ।
काँग्रेस सांसद कार्थी चिदम्बरम ने ट्वीट के माध्यम से संदेश पहुंचाया है की नैशनल प्रोग्रेसिव द्रविड कड़गम पार्टी के संस्थापक, विधानमंडल के पूर्व सदस्य, विधान सभा में विपक्ष के नेता और फिल्म अभिनेता कैप्टन Vijayakanth के निधन की खबर सुनकर गहरी चोट पहुंची है । और अन्नरथ के परिवार के द्वारा में अन्ना की आत्मा की शांति के लिए ईश्वर से प्रार्थना करता हूँ ।
Vijayakanth के फिल्म और राजनीति क्षेत्र में योगदान
डीएमके तमिलनाडु में ये एक प्रमुख बनकर आए और ये द्रविड पार्टियों में इनका डीएमके तमिलनाडु में नया चहेता बन गया और Vijayakanth ने 2006 का विधानसभा चुनाव और 2009 का लोकसभा चुनाव बिना किसी गठबंधन के अकेले लड़ा । उन्हे 8.6 प्रतिशत वोट मिला और लोकसभा चुनाव में 10.3 प्रतिशत मिला फिर कुछ दिन बाद गठबंधन की राजनीति से जूड़ गए और कुछ दिन बाद इन्हे विधानसभा चुनाव में 2.4 प्रतिशत 2016 के और 0.43 प्रतिशत 2021 लोकसभा चुनाव में मिला।
इन्हें भी जानें इनकी भी मृत्यु हो गई
क्या आप इनका असली नाम जानते हैं ?
ये जानकार आपको आश्चर्य होगा की इनका नाम Vijayakanth नहीं है बल्कि विजयराज है इनका जन्म 1952 में 25 अगस्त को मदुरै जिला के तिरुमंगलम में अलगरस्वामी नामक एक व्यक्ति के घर हुआ जो पेशे से चावल मिल के मालिक थे इनको फिल्म देखना काफी पसंद था जो बचपन में अपने दोस्तों के साथ फिल्म देखना और घूमना पसंद था ।
कुछ समय बाद इनका मन सिनेमा में लगने लगा और इसमें काम करने के लिए कोशिश करने लगे पर सफलता हाथ नहीं लग रही थी क्योंकि इनका रंग काला था इसके चलते कई कठिनाइयों का सामना करना पड़ा । कुछ समय बाद सन 1979 में फिल्म इनिक्कुम इहला में अभिनय करके अपनी कैरियर की शुरूआत की और सफलता हासिल की।
जब ये धीरे-धीरे मशहूर होने लगे तो इनको अपना नाम पसंद नहीं आ रहा था तो इसने अपना नाम के अंतिम शब्द का अच्छर बदल दिया और राज की जगह कान्त कर दिया ।