Shree Shivay Namastubhyam : जैसा कि हम सभी लोग जानते हैं कि हिन्दू संस्कृति मे तथा धर्म मे मंत्रों का कितना महत्व होता है, प्राचीन काल मे भारत मे भारत के महान ऋषि मुनि मंत्रों के प्रयोग से बहुत सी बीमारियों को ठीक कर देते थे। उसी प्रकार की शंकर भगवान एक मंत्र है श्री शिवाय नमस्तुभ्यं जो की बहुत ही शक्तिशाली मंत्र है जिसके जाप से हमारे जीवन मे सुख समृद्धि बनी रहती है। जैसा आपको पता है शंकर भगवान को खुश करना कितना सरल है इस वजह से हम उन्हे भोलेनाथ भी कहते है। सनातन धर्म मे किसी भी शुभ कार्य को शुरू करने से पहले मंत्रों का उच्चारण किया जाता है।
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श्री शिवाय नमस्तुभ्यं मंत्र भगवान शिव का बहुत ही शक्तिशाली मंत्र है जो की शंकर जी के महामृत्युंजय मंत्र से भी ज्यादा महत्वपूर्ण कहा जाता है। यह मंत्र हिन्दू ग्रंथ शिव पुराण से लिया गया है। जिसके जाप से शंकर जी जल्दी प्रसन्न हो जाते है, और हमे समृद्धि प्रदान करते है तथा हमारी मनोकामना पूरी करते है। इस लेख मे हम आपको श्री शिवाय नमस्तुभ्यं मंत्र का जाप कैसे करे, श्री शिवाय नमस्तुभ्यं का हिंदी मे अर्थ, श्री शिवाय नमस्तुभ्यं मंत्र के फायदे, श्री शिवाय नमस्तुभ्यं मंत्र महत्वपूर्ण क्यों माना गया है, तथा यह मंत्र कहा से लिया गया है ।
Shree Shivay Namastubhyam Mantra in Hindi मे पूरा जानने के लिए इस लेख को पूरा पढे तथा इसके फायदे को जाने ।
श्री शिवाय नमस्तुभ्यं का हिंदी अर्थ ( Shree Shivay Namastubhyam Mantra Meaning in Hindi )
श्री शिवाय नमस्तुभ्यं” एक संस्कृत भाषा का मंत्र है जो भगवान शिव को समर्पित है। इस मंत्र का हिन्दी अर्थ होता है “हे शिव, आपको नमस्कार।” हिन्दू धर्म मे जो लोग शिव जी की पूजा करते है उनके द्वारा उच्चारित किया जाता है, और इसे शिव जी का पूजन करते समय भी उपयोग में लिया जाता है। शिव भक्त इस मंत्र को उच्चारित करते हुए अपने मन को शुद्ध करते हैं और शिव जी की कृपा पाने के लिए उनकी प्रार्थना करते हैं। इस मंत्र का उच्चारण करने से हमारे मन को शांति मिलती है और हमारा आत्मविश्वास भी बढ़ता है।
श्री शिवाय नमस्तुभ्यं मंत्र के फायदे ( Shree Shivay Namastubhyam Mantra Benefits in Hindi )
शिवपुराण मे श्री शिवाय नमस्तुभ्यं मंत्र के जाप करने के बहुत से फायदे बताए गए है, जो की नीचे दिए गए है आइए इनके फायदे के बारे मे जानते है ।
- शिव पुराण के अनुसार शंकर जी का यह मंत्र बहुत ही प्रभावशाली माना गया है तथा इसकी शक्ति महामृत्युंजय मंत्र के बराबर है।
- पंडित प्रदीप मिश्रा के अनुशार इस मंत्र का जाप करने से हार्टअटैक, और कैंसर आदि जैसी जटिल बीमारियों का इलाज संभव है ।
- ये भी कहा गया है की किसी जटिल रोग से पीड़ित व्यक्ति को अस्पताल तक पहुचने तक यदि उसके पास इस मंत्र का उच्चारण किया जाए तो रोगी को आराम मिलता है ।
- कुछ ज्ञानियों के अनुशार इस मंत्र के उच्चारण करने पर हमे 1000 बार महामृत्युंजय मंत्र को जाप करने जितना फायदा होता है।
- श्री शिवाय नमस्तुभ्यं मंत्र का रोज जाप करने से हमारी सभी मनोकामनाए पूरी होती है।
- अगर आप किस शुभ कार्य या किसी buisness की सुरुवात कर रहे हैं तो इस मंत्र का नियमित जाप करने से आपको अपने कार्य मे सफलता प्राप्त होगी ।
- अगर आप अपने जीवन मे बहुत से कष्ट से जूझ रहे है तो इस मंत्र का जाप करने से आपको कष्ट से मुक्ति मिलेगी।
- Shree Shivay Namastubhyam Mantra का रोज उच्चारण करने से हमारे जीवन मे सुख शांति तथा धन की समृद्धि होती है ।
- इस मंत्र का रोज जाप करने वाले लोगों का के मन हमेशा प्रफुल्लित रहता है .
- इस मंत्र की शक्ति से जीवन की सारी कम होने लगती है।
- अगर हम किसी मंत्र का रोज जाप करते है तथा ध्यान लगाते है तो हमारा मन स्थिर तथा शांत रहता है ।
- माना गया है की श्री शिवाय नमस्तुभ्यं मंत्र के नियमित जाप करने वाला व्यक्ति अगर पूराने रोग से ग्रस्त है उसे उन रोगों से मुक्ति मिलती है अर्थात रोग दूर हो जाते है।
- हृदय प्रफुल्लित रहता है, मन स्थिर हो जाता है तथा हमारा किसी काम मे अच्छे से मन लगता है।
- इस मंत्र का जाप करने से भगवान संकर जी की कृपया बनी रहती है और हमे यश की प्राप्ति होती है ।
श्री शिवाय नमस्तुभ्यं मंत्र का महत्व
“श्री शिवाय नमस्तुभ्यं” मंत्र को भगवान शिव को समर्पित किया जाता है और इस मंत्र का उच्चारण भक्ति और श्रद्धा के साथ किया जाता है।
यह मंत्र भगवान शिव को नमस्कार करने के लिए उपयोग किया जाता है और इसका उच्चारण व्यक्ति को भगवान शिव के साथ एकता में लाता है। इस मंत्र के उच्चारण से मानसिक शांति मिलती है और इससे दुःखों और तकलीफों से राहत मिलती है। इस मंत्र के उच्चारण से शरीर के सारे कष्ट दूर होते हैं और ध्यान केंद्रित होता है।
इस मंत्र के उच्चारण से मानसिक और शारीरिक स्थिरता मिलती है। इसका उच्चारण करने से व्यक्ति का मन शुद्ध होता है और उसे भगवान शिव की कृपा मिलती है। इस मंत्र को नित्य उच्चारण करने से व्यक्ति की आध्यात्मिक उन्नति होती है और उसे भगवान शिव के प्रति भक्ति बढ़ती है।
इसलिए, “श्री शिवाय नमस्तुभ्यं” मंत्र एक शक्तिशाली मंत्र है जो भगवान शिव के साथ एकता और भक्ति को बढ़ाता है।
श्री शिवाय नमस्तुभ्यं मंत्र जाप करने की विधि
श्री शिवाय नमस्तुभ्यं” मंत्र को जाप करने के लिए हमे नीचे दिए गए नियमों का पालन करना चाहिए जो की निम्न है ।
- सबसे पहले ध्यान एकाग्र करें। एक स्थिर जगह चुनें और उस पर बैठें या खड़े हो जाएं। यदि आप खड़े हैं, तो अपने पैरों को एक दूसरे के पास रखें ताकि आपका शरीर स्थिर रहे।
- अपने आंतरिक स्थिति को शुद्ध करने के लिए एक-दो गहरी सांस लें और उसे धीरे से छोड़ें।
- अपनी आंखें बंद करें और ध्यान केंद्रित करें। इससे आपका ध्यान संचित होगा और आप मंत्र को जाप करने के लिए तैयार होंगे।
- “श्री शिवाय नमस्तुभ्यं” मंत्र को जाप करने के लिए माला ले लें। माला को अपने अंगूठे, मध्यमा और अनामिका उंगलियों के बीच में रखें।
- माला के पहले मोती को अपने अंगूठे और मध्यमा उंगलियों के बीच में ले जाएं। अब धीरे से “श्री शिवाय नमस्तुभ्यं” मंत्र को उच्चारण करते हुए मोती को अपनी उंगलियों से नीचे ले जाएं।
- इसी तरह से मंत्र को जाप करते
श्री शिवाय नमस्तुभ्यं मंत्र की महिमा
“श्री शिवाय नमस्तुभ्यं” मंत्र हिंदू धर्म में बहुत महत्वपूर्ण है। यह मंत्र भगवान शिव को समर्पित है और भगवान शिव के भक्तों द्वारा बहुत उपयोग किया जाता है।
इस मंत्र का जाप करने से व्यक्ति के मन में शांति, सकारात्मक ऊर्जा और आत्मविश्वास बढ़ता है। इसके अलावा, इस मंत्र का जाप करने से भगवान शिव की कृपा मिलती है और भगवान शिव द्वारा संरक्षण और आशीर्वाद प्राप्त होता है।
इस मंत्र को नियमित रूप से जप करने से मनुष्य के मन, शरीर और आत्मा सभी क्षेत्रों में संतुलित हो जाते हैं और वह सकारात्मक ऊर्जा के साथ भर जाता है। इस मंत्र को जप करने से जीवन में आराम, सुख और समृद्धि प्राप्त होती है।
इस मंत्र को नियमित रूप से जप करने से शीघ्र फल मिलता है। इस मंत्र को जप करने से व्यक्ति के द्वारा किए जाने वाले कार्यों में सफलता मिलती है और अन्य लोगों से भी अधिक प्रतिक्रिया मिलती है।
अतः “श्री शिवाय नमस्तुभ्यं” मंत्र की महिमा बहुत ही अद्भुत है हमे जरूर इसका जाप करना चाहिए ।
श्री शिवाय नमस्तुभ्यं मंत्र कहां से लिया गया है
“श्री शिवाय नमस्तुभ्यं” मंत्र हिंदू धर्म में प्रचलित है और इस मंत्र का उल्लेख विभिन्न पुराणों और वेदों में किया गया है। इस मंत्र का विस्तृत विवरण शिव पुराण में मिलता है।
इस मंत्र को सभी शिव भक्तों द्वारा प्रयोग में लाया जाता है। यह मंत्र भगवान शिव की पूजा, ध्यान और जप के लिए प्रयोग में लिया जाता है। इसके अलावा, इस मंत्र को सभी अन्य धर्मों के लोग भी मन की शांति और सकारात्मकता प्राप्त करने के लिए जप करते हैं।
इस मंत्र का उपयोग हिंदू धर्म के साथ-साथ अन्य धर्मों के भी लोग करते हैं। इस मंत्र को संस्कृत में लिखा जाता है और इसका उच्चारण सही ढंग से करने के लिए संस्कृत विद्या की जानकारी की जरूरत होती है।
निष्कर्ष
अंत में, श्री शिवाय नमस्तुभ्यं मंत्र हिंदू धर्म में एक बहुत ही महत्वपूर्ण स्थान रखता है और भक्तों द्वारा पूजा, ध्यान और जप जैसे विभिन्न धार्मिक प्रथाओं में व्यापक रूप से प्रयोग किया जाता है। मंत्र भगवान शिव का एक शक्तिशाली आह्वान है, जो हिंदू धर्म में सबसे प्रतिष्ठित देवताओं में से एक है, और माना जाता है कि यह अभ्यासी को शांति, सकारात्मकता और आध्यात्मिक उत्थान लाता है।
इस मंत्र के पाठ का मन पर शांत प्रभाव पड़ता है और नकारात्मक ऊर्जा और विचारों को दूर करने में मदद मिलती है, जिससे मानसिक और भावनात्मक कल्याण को बढ़ावा मिलता है। मंत्र का जप फोकस और एकाग्रता पैदा करने में भी मदद करता है, जिससे उत्पादकता और प्रभावशीलता में समग्र वृद्धि होती है।
इसके अलावा, इस मंत्र की सार्वभौमिक अपील आंतरिक शांति और आध्यात्मिक विकास प्राप्त करने के लिए विभिन्न धर्मों के लोगों द्वारा इसके उपयोग में परिलक्षित होती है। इसलिए, श्री शिवाय नमस्तुभ्यं मंत्र हिंदू धर्म का एक अभिन्न अंग है और आध्यात्मिक साधकों के लिए आत्मज्ञान और आत्म-साक्षात्कार की खोज में एक आवश्यक उपकरण है।
FAQs
क्या शिव पुराण में “श्री शिवाय नमस्तुभ्यं” मंत्र का विवरण है?
जी हाँ, शिव पुराण में “श्री शिवाय नमस्तुभ्यं” मंत्र का विस्तृत विवरण है।
श्री शिवाय नमस्तुभ्यं मंत्र क्या है?
“श्री शिवाय नमस्तुभ्यं” मंत्र हिंदू धर्म में प्रचलित है और इस मंत्र का उल्लेख विभिन्न पुराणों और वेदों में किया गया है।
श्री शिवाय नमस्तुभ्यं मंत्र को किस तरह से जपा जाता है?
“श्री शिवाय नमस्तुभ्यं” मंत्र को ध्यान और जप के लिए प्रयोग में लाया जाता है। यह मंत्र आध्यात्मिक उन्नति और मन की शांति के लिए भी उपयोगी है।
श्री शिवाय नमस्तुभ्यं मंत्र का उच्चारण कितनी बार करना चाहिए?
श्री शिवाय नमस्तुभ्यं मंत्र का उच्चारण अपनी शक्ति और इच्छानुसार किया जा सकता है। सामान्यतया, इस मंत्र का उच्चारण 108 बार किया जाता है।
श्री शिवाय नमस्तुभ्यं मंत्र का उपयोग किस धर्म के लोग करते हैं?
श्री शिवाय नमस्तुभ्यं मंत्र का जाप मुख्य रूप से सनातन (हिन्दू) धर्म के लोग करते है।