घडीफूल: ब्लूक्राउन पैशनफ्लॉवर (Bluecrown Passionflower/Passiflora caerulea) पैसिफ्लोरेसी परिवार का सदस्य है। जो की फूलों की एक Category है। यह दक्षिण अमेरिका के कुछ हिस्सों खास कर के पाया जाता है, पूरी दुनिया मे घडीफूल अपनी बनावट की वजह से काफी लोकप्रिय है, घडीफूल का पौधा बेल की तरह होता है, अर्थात इसकी बस लताए होती है। और फूलों की तरह इसका पौधा विशाल नहीं होता। Passiflora caerulea का जीनस नाम ईसा मसीह के सूली पर चढ़ने से संबंधित है। 15वीं से 16वीं शताब्दी में, रोमन पादरियों ने इस पौधे का नाम ईसा मसीह मृत्यु के नाम पर रखा।
वैसे आपको बता दे की इस फूल के पौधे की लंबाई करीब 0 फीट से 40 फीट होती है, तथा इसके फूल गर्मियों की शुरुआत से दिखाई देने लगते है।यह गर्म सर्दियों के मौसम में सदाबहार होता है और समशीतोष्ण मे अपनी पत्तियों को गिरा देता है। इस लेख के मध्यम से हम आपको क्लॉक फ्लावर की विभिन्न किस्मों, इसके फायदों और इस खूबसूरत पौधे की देखभाल कैसे करें के बारे में जानेंगे।
घडीफूल का विवरण Passiflora Caerulea Overview
वंश | पैसीफ्लोरा |
प्रजातिया | केरुलिया |
परिवार | पैसिफ्लोरेसी |
पौधे का जीवन | बारहमासी |
लगाने/जमाने की विधि | बीज तथा तना |
उत्पत्ति | दक्षिण अमेरिकी देश बोलीविया, ब्राजील,उत्तर अर्जेंटीना |
प्रयोग | इसकी पत्तियों का प्रयोग हम चाय बनाने के लिए भी कर सकते है, इसका फल स्वाद में फीका होता है। |
पौधे की उचाई | लगभग:10 फीट से 40 फीट, चौड़ाई: 3 से 4 फुट |
घडीफूल क्या है? What is Passiflora Caerulea
घडीफूल एक किस्म का बहुत ही आकर्षक फूलों वाली बेल है, इसकी लताए काफी बड़ी होती है इसे Passiflora Caerulea या ब्लूक्राउन पैशनफ्लॉवर के नाम से भी जाना जाता है, Passiflora Caerulea पूर्वी अमेरिकी देशों मे काफी लोकप्रिय फूल है। पौधे का नाम ईसा मसीह मृत्यु के नाम पर रखा गया है।
घडीफूल हमे भारत मे भी काफी जगहों पर देखने को मिल जाता है, यह बागवानों के बीच एक सुंदर दृश्य बिखेरता है, इस वहज से भारी मात्रा मे लोग इसे पसंद करते है, और अपने balcony या गार्डन मे लगाते है। क्लॉक फ्लावर (Passiflora Caerulea) की पत्तिया तथा फल औषधि के रूप मे भी काम आते है ।
घडीफूल के प्रकार Type of Passiflora Caerulea Flower
आशा करते है आपको घडीफुल के बारे मे पता चल गया होगा आइए अब जानते है की Passiflora Caerulea(घडीफूल) के कितने प्रकार होते है और ये कैसे होते है ।
1. Passiflora caerula
यह घडीफूल के सबसे साधारण प्रजतियों मे से एक है, और यह अपने नीले और सफेद दिखने वाले शानदार फूलों के लिए जाना जाता है। इसका पौधा कठोर तापमान को भी सहन कर सकता है, और कम पानी मे भी इसका गुजरा हो जाता है, जिसकी वजह से इसे दुनिया बहुत से हिस्सों मे पसंद किया जाता है तथा वहा के बागवानों मे घडीफूल की यह प्रजाति जरूर पाईजाती है।
2. Passiflora edulis:
घडीफूल की इस प्रजती को पर्पल पैशनफ्रूट के नाम से भी जाना जाता है, तथा इस नाम से यह लोकप्रिय भी है, घडीफूल की इस प्रजाति को मुख्य तौर पर इसके फलों के लिए उगाया जाता है।इस प्रजाति के पौधे छोटे होते है तथा इनमे बैंगनी रंग का फल लगता है, जो की खाने योग्य होता हैं और इसका स्वाद मीठा और हल्का कसैला होता है। Passiflora की यह प्रजाती इसकी अन्य प्रजातियों की तरह नहीं होती है, इसके अच्छे विकाश के लिए गर्म तापमान, और अच्छी मात्रा मे धूप की आवश्यकता पड़ती है।
3. Passiflora incarnata:
इस प्रजाति के फूल को मेपॉप के नाम से भी जाना जाता है, और ये मुख्य तौर पर दक्षिणपूर्वी अमेरिकी देशों मे पाया जाता है। इस प्रजाति के पौधे मे काफी सुंदर बैंगनी फूल लगते है, और यह गर्म जलवायु वाले स्थानों पर काफी लोकप्रिय पौधा है, Clock Flower कि यह प्रजाति अपने औषधि गुणों के लिए भी काफी प्रचलित है । करेंगे।
घडीफूल की विशेषता Passiflora Caerulea Traits
पौधे का प्रकार | बारहमासी, बेल (लताओ वाला) |
पत्तियों की विशेषता | झड़नेवाली (अर्ध सदाबहार) |
विकास | तेज से बढ़ने वाला |
रखरखाव | मध्यम |
लगाने की जगह | फैलाव |
घडीफूल के लिए उपयुक्त वातावरण Required Environment for Passiflora Caerulea
रोशनी | सूर्य का प्रकाश दिन मे काम से काम 2 से 6 घंटे तक |
मिट्टी का प्रकार | रेतीली, दोमट, या Loam (Silt) |
मिट्टी का ph | एसिड (<6.0) क्षारीय (>8.0) Nutral (6.0-8.0) |
क्षेत्र | तटीय, तथा पहाड़ीय |
घड़ीफूल की जमीन पर जल भराव नहीं होना चाहिए, तथा पौधे को लगाने की किए फैलाव स्थान का होना जरूरी है, जैसे की लगभग 6 से 12 फुट की जगह पर्याप्त रहेगी।
घडीफूल की पत्तिया Passiflora Caerulea Leaves
Blue Passionflower की पत्तिया झड़नेवाली होती है, साल मे एक बार इसकी सभी पत्तिया झड़ जाती है, तथा नई पत्तियों का विकास होता है। isकी पत्तिया ग़ढ़ हरे रंग की होती है। तथा चमकदार होती है और इनका आकार पाल्मटिफ़िड होता है तथा इनकी लंबाई चौड़ाई 4 से 6 इंच होती है ।
घडीफूल का तना Passiflora Caerulea Steam
क्लाक फ्लावर का तना हरे रंग का तथा सुगंधित होता है, और दिखने मे चमकदार और चिकना भी होता है, और तानों से Tandal निकले हुवे होते है जो की लताओ को फैलने मे मद्दद करते है ।
घडीफूल के फूल
इसके फूलों मे तीन रंग होते है नीला गुलाबी तथा सफेद और और गर्मियों की सुरुवात से इसमे फूल आना सुरू हो जाते है, तथा फूलों का आकार प्लेट जैसा होता है, और इनसे हल्की खसबू भी आती है और इनका आकार लगभग 2.5 (ढाई) से 3 (तीन) इंच का होता है ।
घडी फूल के फल
घडी फूल के फल हल्के नारंगी रंग के सेब के आकार के होते है, और ये फूल आने के 1 से 2 महीनों मे पक के तैयार हो जाते है। इसके फलों का आकार 1 से 3 इंच का होता है। और खाने मे इनका स्वाद फीका होता है, अगर हमे इनके बीज को उगाना हो तो हमे इन्हे सूखा के रखना होगा तथा इन्हे सर्दियों के मौसम मे बोया जाता है।
घड़ीफूल की देखभाल कैसे करें? How to take care of Passiflora Caerulea flower
घड़ीफूल के देखभाल तथा रखरखाव के तरीके नीचे दिए गए है। जिनकी मदद से हम इनके पौधों की अच्छी तरह से देखभाल कर सकते है, और इनका survival time बढ़ा सकते है।
मिट्टी
घड़ी के फूल के पौधे ज्यादा जल जमाव वाली भूमि पर नहीं उपजते है, इन्हे खाद वाली मिट्टी तथा जहा कम पानी हो या कम नमी हो उस भूमि मे इनका विकास अच्छा होता है, अगर आप इस पौधों को उचाई वाली भूमि पर लगाते है तो यह काफी अच्छा होगा या फिर अगर पौधे के पास पानी लग रहा है तो आप उसकी निकासी भी कर सकते है ।
पानी देना:
आम तौर पर तो घडीफूल ज्यादे पानी की आवस्यकता नहीं होती पर जब इनमे फूल तथा फल आना चालू होता है तो उस समय हमे पौधे मे नियमित रूप से पानी डालना होगा, ताकि नमी न कम हो जिससे की फूल ज्यादा दिनों तक रुके रहते है, जल्दी सूखते या गिरते नहीं है ।
खाद:
मौसम परिवर्तन के समय बरसात मे हमे पौधों मे ऑर्गैनिक खाद का भी परोग कर चाहिए जिससे की पौधे की lifetime बढ़ जाती है, हमे भूमि के नाइट्रोजन, फास्फोरस और पोटेशियम का भी status चेक करवाना चाहिए अगर अवस्यकता हो तो इनका छिड़काव भी करना चाहिए जिससे बालों मई वृद्धि होती है ।
कीट और रोग:
आम तौर पर घडीफूल मे हमे कीट पतंगे नहीं देखने को मिलते है क्योंकी या किट और रोग प्रतिरोधी है फूल है, लेकिन कुछ दशाओ मे यह छोटे उड़ने वाले कीड़ों का शिकार हो जाता है। अगर आपको इसकी पत्तियों या फूलों पर ज्यादा किट पतंगे दिखते है तो आप हल्के कीटनाशक का छिड़काव कर सकते है, जिससे की पौधों मे वृद्धि हो जाती है ।
धूप:
आपको मालूम ही होगा की सभी पौधों को धूप की अवस्यकता होती है उसी तरह ही Passiflora Caerulea को भी काम से कम 2 से 6 घंटे की धूप की अवस्यकता होती है, जिससे की पौधे का विकास अच्छी तरह से हो सके और ज्यादा मात्रा मे फूल आए ।
छंटाई:
देखभाल तथा रखरखाव के साथ-साथ पौधों का छटाई करना भी अति आवस्यक होता है बिना छटाई किए पौधों का विकस रुक जाता है, क्योंकी कुछ समय बाद पौधों मे नई पत्तिया और तनाए आना बंद हो जाती है अगर हम समय समय पर पौधों की छटाई करते रहे तो इसकी वजह से ज्यादा फूल आते है तथा ज्यादा फल भी आते है । हमे समय-समय पर पौधों की छटाई करनी चाहिए
घड़ी फूल के फायदे Passiflora Caerulea benefits
- घड़ी फूल का तेल हमारे दिमाग के लिए काफी अच्छा होता है। तथा इसके फूल का प्रयोग निद न आने वाली दवाओ को बनाने के लिए होता है ।
- Passion Flower का सेवन करने पर हमे नीद आती है तथा हमे तनाव से छुटकारा मिलता है।
- घड़ी फूल का प्रयोग anemia जैसी बीमारियों मे भी किया जाता है और यह काफी असरदार होता है ।
- घड़ी फूल के महत्वपूर्ण गुणों मे से एक यह भी है की इसके सेवन से मासिक धर्म का दर्द काम किया जा सकता है।
निष्कर्ष
इस लेख मे हमने घड़ी फूल (Passiflora Caerulea) के बारे मे विस्तार से जाना। हम आशा करते है की इस लेख के मदद से आपको कुछ महत्वपूर्ण जानकारी प्राप्त हुई होगी, अगर यह लेख आपको पसंद आया हो तो इसे अपने दोस्तों के साथ जरूर शेयर करे तथा इस लेख से संबंधित आपका कोई सुझाव हो तो हमे कमेन्ट मे जरूर बताए, धन्यवाद।