बजट हर साल 1 फेब्रुवरी को वित्त मंत्रालय द्वारा देश का budget घोषित किया जाता है। जिसमें हमें पता चलता है कि सरकार कितना पैसा कमा रही है। कितना पैसा अलग-अलग जगहों पर खर्च कर रही है जनता की भलाई के लिए , हर साल की तरह इस बार भी 1स्ट फेब्रुवरी को वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने यूनियन बजट 2024 पेश किया है । इस साल का बजट इंटरम बजट है क्योंकि इस साल लोक सभा का चुनाव होने वाला है। नई सरकार के बाद जुलाई के महीने में नई बजट एक बार फिर पेश किया जाएगा।
पिछले साल की तरह इस साल का बजट है कैपिटल एक्सपेन्डिचर इसे आम भाषा में केपैक्स भी कहा जाता है। मतलब सरकार कहाँ- कहाँ पैसा खर्च कर रही है जैसे सड़क बनाना, रेल, इमारत, ब्रिज बनाना आदि । इस बार सरकार ने 11 लाख 1 हजार 1 सौ 11 करोड़ रु खर्च करने का प्लान बनाया है। सरकार का कहना है इन सब जगह खर्च करने पर इकनॉमिक ग्रोथ बढ़ती है और इम्प्लॉइमेंट क्रीऐशन देखने को मिलती है।
लोगों को नौकरियां मिलती है,जब बड़े – बड़े ब्रीज ,सड़के और पॉर्ट्स बनाए जाते हैं ।
Budget रेलवे क्षेत्र में कितना पास हुआ जानें ?
अगर रेल्वे की बात करें तो सरकार ने 2.55 लाख करोड़ रु पास किया है और तीन नए कोरिडोर भी घोषित किये गए हैं।
- एनर्जी मिनिरल एण्ड सीमेंट कोरिडोर।
- पोर्ट कानेक्टिविटी कॉरीडोर ।
- हाई ट्राफिक डेन्सिटी कॉरीडोर।
वित्त मंत्री ने ये भी कहा है की 40 हजार से ज्यादा नार्मल रेल बोगी को वंदे भारत के स्टैन्डर्ड में बदल दिया जाएगा।
Budget कृषि क्षेत्र में कितना पास हुआ जानें ?
सरकार ने कृषि क्षेत्र में एक अभियान के बारे में बताया है है जिसका नाम है आत्मनिर्भर ऑइल सीड्स अभियान और फोकस किया है नैनो डीएपी जैसे उपजाऊ पर । यह एक तरह का एको फ़्रेंडली फर्टिलाईज़र है इसमें 8% नाइट्रोजन और 16% फास्फोरस डाला गया होता है। यह ग्रीन फ़ार्मिंग के लिए बहुत उपयोगी होता है इसलिए इसे बढ़ावा दिया गया है ।
सरकार ने बताया की जो ऑइल सीड्स इनिशियेटिव है जो देश से बाहर से जो हम मांगा रहे हैं उसे हम हटाना चाहते हैं। इस समय इम्पोर्ट 60% हो रहा है, और सरकार इसे 30% पर लाना चाहती है। इससे भारत तेल के उत्पाद में या बीज उगाने में आत्मनिर्भर बन सके।
इसके लिए जो सब्सिडीज दी जाती हैं वो इस साल 1.64 लाख करोड़ रु किया गया है जो पिछले साल के मुकाबले थोड़ा कम है।
Budget भोजन क्षेत्र में कितना पास हुआ ?
इस साल फूड सब्सिडी में 2.05 लाख करोड़ रु घोषित किया गया है जो पिछले साल के मुकाबले थोड़ा कम है।
Budget शिक्षा क्षेत्र में कितना पास हुआ ?
इस साल शिक्षा क्षेत्र में सरकार ने 1.25 लाख करोड़ रु पेश किया है, इसमे यूजीसी में 22500 करोड़ रु इन्हे दिए गए। IIMs और IITs को बजट 10324 करोड़ रु दिया गया जो IITs के लिए पिछले साल के मुकाबले कम है और IIMs को 212 करोड़ रु पेश किए गए हैं।
सेंट्रल यूनिवर्सिटी में ज्यादा पैसा खर्च हुआ है । यहाँ 15 हजार करोड़ रु पेश किए गए हैं।
Research And Innovation Allocation में कितना Budget पेश किया गया ?
विज्ञान एंव प्रोधोगिकी मंत्रालय यानि मिनिस्ट्री ऑफ साइंस एण्ड टेक्नॉलजी में इस साल 355 करोड़ रु पेश किया गया जो पिछले साल के मुकाबले ज्यादा है।
Budget स्वास्थ क्षेत्र में कितना पेश किया गया है ?
इस बार स्वास्थ क्षेत्र में 90000 करोड़ रु पेश किया है। सरकार ने दो चीजों पर ध्यान दी है पहला आयुष्मान भारत को बढ़ाया जाएगा और दूसरा सर्विकल कैंसर की वैक्सीन पर भी फोकस किया है।
Budget आवास क्षेत्र में कितना पेश किया गया ?
इस बार सरकार ने आवास क्षेत्र में 80,671 करोड़ रु allocate किए गए। इसके तहत जिसका घर नहीं है उन्हे घर बनाने यहीं खुद का घर बनाने का मौका मिलेगा।
Budget Economic क्षेत्र में
भारत का रियल GDP ग्रोथ रेट है वो सरकार द्वारा बताया गया की 2023- 2024 का ग्रोथ रेट 7.3 % पर होगा ।
Budget पत्रों का संक्षिप्त विवरण
वित मंत्री के बजट भाषण के अलावा संसद में प्रस्तुत Budget दस्तावेज की सूची इस प्रकार से है :-
- वार्षिक वित्तीय विवरण
- अनुदान मांगे
- वित्त विधेयक
- राजकोषीय दायित्व एवम बजटिया प्रबंधन अधिनियम के तहत अधिदेशीत राजकोषीय निति विवरण
- व्यय Budget
- प्राप्ति Budget
- व्यय की रूपरेखा
- Budget का सार
- Budget 2024 – 2025 की मुख्य विशेषताएं
- Budget घोषणओ 2023 – 2024 का कार्यन्वयन
उल्लेखित दस्तावेज भारत के संविधान के अनुचछेद 112,113 और 110 (क ) द्वारा अधिदेशीत किए गए हैं,जबकि दस्तावेज राजकोषीय उत्तरदायित्व और Budget प्रबंधन अधिनियम 2003 के प्रावधानों के अनुसार प्रस्तुत किए गए हैं। इन सभी दस्तावेजों का हिन्दी पाठ भी संसद में प्रस्तुत किया जाता है ।
Budget वार्षिक वित्तीय विवरण
बार्षिक वित्तीय विवरण में, जो अनुच्छेद 112 के तहत उपलब्ध कराया गया दस्तावेज है, 2024-2025 के लिए भारत सरकार की अनुमानित प्राप्ति और व्यय के 2023- 2024 के अनुमान हैं । 2022- 2023 के लिए वास्तविक आँकड़े भी दर्शाए गए हैं। प्राप्ति और भुगतान उन तीन भागों के अंतर्गत दर्शाए गए हैं, जिनमें सरकारी खाते रखे जाते हैं जैसे भारत की संचित निधि,भारत की आकस्मिकता निधि और भारत की लोक लेखा ।
राजश्व और पूंजी भाग एक साथ मिलकर केन्द्रीय बजट बनाते हैं। वार्षिक वित्तीय विवरण में शामिल प्राप्तियों और व्यय के अनुमान क्रमश धन वापसी और वसूलियों के निवल हैं ।
- भारत की संचित निधि का अस्तित्व संविधान के अनु : 266 से है । सरकार द्वारा प्राप्त सभी प्रकार के राजस्व, इसके लिए उधार और इसके द्वारा दिए गए उधार की वसूली से प्राप्तियाँ,मिलकर भारत की संचित निधि निर्माण करती है।
Budget अनुदानों की मांग
संविधान के अनु : 113 अधिदेशीत करता है कि भारत की संचित निधि से होने वाले व्यय के अनुमान जिसे वार्षिक बित्तीय विवरण में शामिल किया गया है और जिसके लिए लोक सभा की स्वीकृति आवश्यक है उसे अनुदान की मांगों के रूप में प्रस्तुत किया जाना है। अनुदान की मांगों को वार्षिक वित्तीय विवरण के साथ लोक सभा में प्रस्तुत किया जाता है। प्रत्येक मंत्रालय या विभाग के लिए अनुदान की एक मांग प्रस्तुत की जाती है। व्यय की प्रकृति के आधार पर किसी मंत्रालय या विभाग के लिए एक से अधिक मांगे प्रस्तुत की जा सकती है ।