
अतिक्रमित सामुदायिक भवन को बीडीओ व सीओ ने मुखिया तथा ग्रामीणों की उपस्थिति में किया सील
अतिक्रमित सामुदायिक भवन को बीडीओ व सीओ ने मुखिया तथा ग्रामीणों की उपस्थिति में किया सील
– नौवागढ़ी दक्षिणी पंचायत के वार्ड संख्या – 13 का मामला
– डीएम ने लिया संज्ञान
सदर एसडीओ को दिया अतिक्रमणकारियों के विरुद्ध अतिक्रमण वाद चलाने का निर्देश
सामुदायिक भवन को तोड़कर बना लिया गया तीन मंजिला मकान।उसे बीडीओ ने बताया अतिक्रमण मुक्त
मुंगेर: डीएम रचना पाटिल ने इसे गंभीरता से लेते हुए सदर एसडीओ खगेशचंद्र झा को अतिक्रमित सामुदायिक भवन को अविलंब अतिक्रमण मुक्त तथा अतिक्रमणकारियों के विरुद्ध अतिक्रमण वाद चलाने का निर्देश जारी किया है। डीएम के द्वारा एसडीओ को उन निर्देशित किए जाने के बाद एसडीओ ने आनन-फानन में सदर प्रखंड कार्यालय में बीडीओ बीना मिश्रा, सीओ शशिकांत कुमार, मुखिया विभा देवी तथा पंचायत सचिव शुभूक लाल यादव की जमकर क्लास ली तथा अविलंब अतिक्रमणकारियों के विरुद्ध कार्रवाई करने का निर्देश दिया। एसडीओ ने बीडीओ तथा सीओ से पूछा कि जब उनके द्वारा अतिक्रमणकारियों के विरुद्ध अतिक्रमण वाद चलाने का निर्देश पूर्व में दिया जा चुका है तो फिर किस परिस्थिति में अब तक अतिक्रमणकारियों के विरुद्ध अतिक्रमण वाद या विधि सम्मत कार्रवाई नहीं की गई। डीएम रचना पाटिल द्वारा मामले को गंभीरता से लेने के बीडीओ,सीओ, मुखिया तथा पंचायत सचिव सहित अन्य कर्मचारी दल बल के साथ अतिक्रमित सामुदायिक भवन पर पहुंचे और सर्वप्रथम सामुदायिक भवन के अंदर रखे गए तीन मोटरसाइकिल दो चौकी सहित अन्य सामग्री को बाहर निकलवाया तथा अतिक्रमणकारियों के द्वारा तोड़े गए खिड़की दरवाजे को तत्काल वैकल्पिक व्यवस्था के तहत बंद कर सरकारी सील लगा दिया गया। अतिक्रमित समुदाय भवन को अतिक्रमण मुक्त कराने पहुंचे प्रशासनिक अधिकारियों को ग्रामीणों ने अपनी समस्याओं से अवगत कराया। ग्रामीणों ने बीडीओ व सीओ को बताया कि अतिक्रमणकारियों के द्वारा सामुदायिक भवन का शौचालय तथा बिल्डिंग तोड़कर तीन मंजिला मकान का निर्माण करा लिया गया है। आज तक समुदायिक भवन में अतिक्रमणकारियों के द्वारा किसी भी प्रकार की सामाजिक कार्य के लिए लोगों को नहीं दी गई। शादी ब्याह में बरात भी रखने नहीं दिया जाता है। अतिक्रमणकारियों का मंशा है कि पूरी तरह से समुदाय भवन ध्वस्त हो जाए। जिससे कि राज्यपाल दान किए गए डेढ़ कढढा जमीन पर निर्मित सामुदायिक भवन पर अतिक्रमणकारियों का पूर्ण रूप से कब्जा हो जाए। ग्रामीणों ने बीडीओ व सीओ से कहा कि अतिक्रमित सामुदायिक भवन में स्वास्थ्य केंद्र, जीविका दीदी या कृषि कार्यालय के अलावा आंगनबाड़ी केंद्र का संचालन किया जाए।प्रशासनिक पदाधिकारी जब सामुदायिक भवन को सील कर ताला लगाकर जाने लगे तो अतिक्रमणकारियों ने बीडीओ तथा सीओ से सामुदायिक भवन की चाबी मांगने लगे। इस पर बीडीओ तथा सीओ ने कहा कि किसी कीमत पर आप लोगों को सामुदायिक भवन का चाभी अब नहीं दी जाएगी। पंचायत सचिव के पास इस भवन का चाभी रहेगा । इस पर प्रशासनिक पदाधिकारियों ने ग्रामीणों का आश्वस्त किया कि जल्द ही इस दिशा में पहल की जाएगी। मीडिया कर्मियों द्वारा सीओ शशिकांत कुमार से पूछे जाने पर उन्होंने बताया कि जल्द ही सामुदायिक भवन की जमीन का सीमांकन किया जाएगा तथा अतिक्रमणकारियों के विरुद्ध अतिक्रमण बाद चलाया जाएगा।कोई बीडीओ बीना मिश्रा ने कहा कि सरकारी संपत्ति को क्षति पहुंचाने वाले किसी कीमत में बक्से नहीं जाएंगे। सरकारी संपत्ति को क्षति पहुंचाने वालों के विरुद्ध कार्रवाई करने का निर्देश पंचायत सचिव तथा मुखिया को दिया गया है। उन्होंने कहा कि जल्द ही जीर्ण शीर्ण हो सके सामुदायिक वर का जीर्णोद्धार किया जाएगा तथा नए ढंग से इसे विकसित किया जाएगा। मुखिया विभा देवी के द्वारा जब यह कहा गया कि अब बिल्डिंग बन गई है तोङी थोड़ी जाएगी…! इस पर ग्रामीण भड़क उठे। बताते चलें कि पंचायती राज अधिनियम के तहत पंचायत के अधीन जो भी सरकारी बिल्डिंग है।उसकी निगरानी का दायित्व मुखिया तथा पंचायत सचिव पर है। लेकिन पंचायत सचिव तथा मुखिया ने लापरवाही बरतते हुए अतिक्रमणकारियों को खुली छूट दे दी। जिस कारण आज सामुदायिक भवन को तोड़कर तथा जमीन पर तीन मंजिला मकान बना लिया गया है।