
एड्स पर जागरुकता जरुरी…
* जानकारी के अभाव में एड्स पर नहीं होती चर्चा
नालन्दा (बिहार)हरनौत- लोहरा पंचायत के किचनी गांव स्थित वार्ड संख्या चार में विश्व एड्स दिवस पर परिचर्चा की गई। सेंटर फॉर कैटेलाइजिंग चेंज की चैंपियन परियोजना के अंतर्गत कार्यक्रम की अध्यक्षता वार्ड सदस्या रेणु देवी ने की।
इसका संचालन करते हुए कलस्टर को-ऑर्डिनेटर रौशन कुमार ने कहा कि एड्स एक शब्द है। पर, इसका अर्थ हमारे सामाजिक परिवेश के लिए अनर्थ से कम नहीं है। यही बात लोगों के मन में समाई है। इस शब्द को सीधे लोग अवैध संबंध आदि से जोड़कर चर्चा करने से मुकर जाते हैं।
एड्स सिर्फ अवैध संबंध से नहीं, बल्कि विभिन्न स्वास्थ्य संबंधी उपकरणों के गलत उपयोग से भी फैलता है। उपयोग किये गये इंजेक्शन को बार-बार उपयोग में लाना, संक्रमित लोगों से बगैर उनकी पुख्ता जांच के रक्त लेना आजकल एड्स होने के अधिकांशतः कारणों में से एक हैं। खासकर ग्रामीण क्षेत्रों में जागरुकता के अभाव में नीम-हकीमों के फेर में पड़कर लोग संक्रमित हो जा रहे हैं और जब इसका पता चलता है तो अवैध संबंध की बात पर मरीज और उसका पूरा परिवार समाज में हेय दृष्टि से देखा जाता है।
यह भी सही है कि स्त्री अथवा पुरुष पर स्त्री या पुरुष के साथ शारीरिक संबंध बनाते हैं तो असुरक्षित यौन संबंध से उन्हें एड्स हो जाता है। इसके लिए कंडोम का प्रयोग आवश्यक है।
वार्ड सदस्या रेणु देवी ने उपस्थित लोगों से मिली जानकारी आत्मसात करने और भ्रांतियां दूर तक अपने और परिवार के जीवन को सुखमय बनाने का संदेश दिया।
रिपोर्ट – गौरी शंकर प्रसाद